गुरुवार, 17 सितंबर 2009

खास खबर गोरखपुर : सपरिवार आत्मदाह की धमकी

विशेषगंज। धोखाधड़ी कर पैतृक जमीन का बैनामा कराने के बाद न्याय न मिलता देख 91 वर्षीय जगन्नाथ सिंह ने सपरिवार आत्मदाह की धमकी दी है। उन्होंने इसके लिए प्रशासन को 10 अक्टूबर तक मोहलत दी है। मामला विकास खंड विक्रमजोत के ग्राम पंचायत धौरहरा चौहान का है। 32 सदस्यों वाले परिवार के मुखिया जगन्नाथ सिंह 12 अगस्त को एक मुकदमे की पैरवी करने न्यायालय नायब तहसीलदार हर्रैया गए थे। वहां पर तहसील परिसर में सुभाष पांडेय पुत्र उमादत्त पांडेय से मुलाकात हुई। उमादत्त पांडेय जगन्नाथ सिंह के पुराने दोस्त थे। सुभाष पांडेय ने तिकड़म कर जगन्नाथ सिंह को हर्रैया रजिस्ट्री आफिस के निकट अपने आवास पर ले गया, जहां जूस में नशीली दवा पिलाकर जगन्नाथ सिंह की पैतृक जमीन 1.6700 हेक्टेअर अपनी पत्नी इंद्रावती देवी के नाम बैनामा करा लिया। इस फर्जीवाड़े में उसका साथ रजिस्ट्री आफिस के स्टाफ ने भी दिया। बेहोशी के हालत में की गई इस रजिस्ट्री के प्रतिफल में एक भी रूपया जगन्नाथ सिंह के हाथ नहीं लगा। इस फर्जीवाड़े से आहत जगन्नाथ सिंह व उनके पुत्र राजेंद्र सिंह, अंगद सिंह आदि ने मंगलवार को थानाध्यक्ष छावनी, पुलिस अधीक्षक बस्ती, पुलिस उप महानिरीक्षक बस्ती, जिलाधिकारी बस्ती, आयुक्त बस्ती मंडल, पुलिस महानिदेशक लखनऊ, मुख्यमंत्री उप्र, राज्य मानवाधिकार आयोग लखनऊ, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली, प्रधानमंत्री भारत सरकार आदि को रजिस्टर्ड डाक से पत्र भेजा है, जिसमें लिखा गया है कि इस फर्जीवाड़े के बाद जगन्नाथ सिंह का परिवार भूमिहीन हो चुका है। अब इस परिवार के पास आजीविका के लिए कोई साधन नहीं है। गांवों में दूसरे के खेतों में परिवार मजदूरी नहीं कर सकता है। ऐसी स्थिति में जीवित रहने के लिए भीख मांगना पड़ेगा, जो संभव नहीं है। फर्जीवाड़ा करने वाले सुभाष पांडेय के परिवार की हत्या करना कानून का उल्लंघन होगा। ऐसे में न्याय न मिलने पर आत्महत्या के अलावा कोई और रास्ता नहीं है। जगन्नाथ सिंह के अनुसार 13 अक्टूबर को परिवार के सभी सदस्य अपने आवास पर आत्मदाह करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी न्याय न दिलाने वाले संबंधित अधिकारियों की होगी।

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